एक गधरसा छाप फेसबुक कमेंट में मुझ से बोला कि जब हिंदुओं को ज़बरदस्ती मुसलमान बनाया गया तो तेरे पूर्वज कैसे बच गए ? उसे यह इतिहास बताना पड़ा।
बात तब की है जब मेरे पूर्वज कांटी गांव में नहीं आए थे बल्कि बरड़ोद में रहते थे।कुछ लोग मेरे पूर्वज, जो क्षेत्र के सामंत थे, के पास गए तथा फरियाद की कि मुसलमान जबरदस्ती एक ब्राह्मण कन्या का निकाह मुसलमान युवक से करना चाहते हैं। मेरे पूर्वज ने अपने एक पुत्र के साथ सैनिक टुकड़ी भेज दी तथा ब्राह्मण को विवाह की तारीख निश्चित करने का आदेश दे दिया। जब बारात आई तो वहां महिलाओं के वेश में सैनिक बैठे थे। लड़ाई हुई और सारे आतयातियों को मार कर समारोह स्थल में आग लगा दी। उसके बाद दोबारा हमले के डर से लोगों ने इस गांव में रहने से मना कर दिया तब मेरे बुजुर्ग ने राणा की उपाधि तथा क्षेत्र के गांव दे कर अपने पुत्र को स्थाई रूप से यहीं बसा दिया।
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