poems

Saturday 1 January, 2011

नया साल मुबारक

            सभी पाठकों को नव वर्ष की शुभ कामनाएं! लीजिये नया साल 2011 भी आ ही गया! एक और दिन हमें ईश्वर ने दिया कि हम अपने उन resolutions को  फिर से लें जिन्हें हम हर नए साल पर लेते हैं और उन पर कुछ ही दिन चल पाते हैं! चलिए हर पहचाने चेहरे को बनावटी मुस्कान के साथ हाथ मिला कर नए साल की बधाई दें ! 31 दिसंबर की आधी रात को पटाखे चलाने वालों के उत्साह को 'सुन'  कर लग रहा था कि  शायद उन्हें इस बात का शक था कि 2011  आयेगा भी या नहीं! मेरे चाहने वालों ने मुझे रात ग्यारह बजे से ढाई बजे तक जगा-जगा कर नए साल की बधाई दी इस बात से बेखबर कि मुझे सुबह चार बजे उठना है! मैं मेरे प्रति उन के इस प्यार का आभारी हूँ! और इस से पहले 31 दिसंबर की शाम मेरी एक दोस्त मुझ से नाराज हो गयी! असल में उस के इस सवाल का जवाब कि मैं 31st की रात कैसे मना रहा हूँ मैंने उस की उम्मीद के विपरीत जवाब दिया, कि मेरे लिए हर दिन हर पल celebration का है और मैं उस का लुत्फ़ उठता हूँ, वैसे इस नए साल में कुछ नया नहीं है इस की बजाय मैं होली दिवाली और नवरात्रों में ज्यादा पुलकित होता हूँ क्यों कि ये त्यौहार मुझे मेरे बाप दादाओं ने विरासत में दिए हैं और आने वाली पीढ़ियों को सौंपने तक मैं उन्हें 31 वीं दिसंबर से ज्यादा सहेज कर रखना पसंद करूँगा! उसे मेरा जवाब बड़ा ही नीरस लगा पर वाकई ये रस मैं अपने पारंपरिक त्योहारों के लिए बचा कर रखना चाहता हूँ! बहरहाल उस की भावनाएं आहत करने के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ आशा है वो नारी के क्षमाशीलता के गुण को बरकरार रखेगी! 
           मैं जानता हूँ कि कुछ लोग मेरी इस बात से इत्तफाक नहीं रखते! पर मैं भी कई 31 दिसंबरों को बिना पिए ही अपने नशे में धुत्त दोस्तों के साथ आग के चारों तरफ उछल कूद करता आया हूँ और आज भी मुझे इस बात से परहेज नहीं है! पर मेरा मानना  है कि हम उन चीजों को भी संजो कर रखें जिन्हें हम भूलते जा रहे हैं वरना हम हिन्दुस्तानियों की आदत है कि जब योग पश्चिम के देशों में जा कर योगा  बन कर आता है तब हम उस की अहमियत पहचानते हैं! मैं कोई resolution लेने के लिए नए साल का इंतज़ार नहीं करता और वैसे भी मुझे शराब, तम्बाखू, धूम्रपान, सुपारी, गुटखा, चाय या ऐसे ही किसी व्यसन की आदत नहीं रही और इन के अलावा  जो भी बुरी आदतें मुझ में हैं वे मुझे इतनी प्रिय हैं की उन्हें छोड़ने का resolution मैं नहीं लेने चाहता!

3 comments:

  1. Actually you don't require resolution. Resolution means you definitely have bad habits which you can't leave even with resolution. While taking resolution you always remember your bad habits and you can't leave. So it is better not to take resolution on that day. If you really want to leave bad habit then just decide and leave.

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  2. wishes for new year.

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  3. aapke vishaar bahut achhey lagey mujhey.aapke blog main hamesha padti hun.bahut achhey hotey hain.wish i had chat with you
    sheetal
    sheetalu87@yahoo.com

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